Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Header Ad

 


Breaking News:

latest

सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न

नई टिहरी :   सेन्टर फॉर पब्लिक पालिसी एण्ड गुड गवर्नेंस , उत्तराखण्ड नियोजक विभाग एवं यूएनडीपी के तत्वाधान में नई टिहरी स्थित राजकीय स्नात्...

नई टिहरी:  सेन्टर फॉर पब्लिक पालिसी एण्ड गुड गवर्नेंस, उत्तराखण्ड नियोजक विभाग एवं यूएनडीपी के तत्वाधान में नई टिहरी स्थित राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय में ‘‘सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के स्थानीयकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यशाला उपाध्यक्ष जनपद स्तरीय बीस सूत्रीय कार्यक्रम दिनेश डोभाल की अध्यक्षता एवं प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रूहेला की उपस्थिति में संपन्न हुई।

बता दें कि कार्यशाला में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पारित सतत् विकास के 17 लक्ष्यों के तहत राज्य उत्तराखण्ड में राज्य स्तर पर सतत् विकास के लिए 169 उपलक्ष्य (इन्डीकेटर) निर्धारित किये गये हैं जिन्हें वर्ष 2030 तक प्राप्त किया जाना है।

सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न
जनपद स्तर पर भी सतत् विकास के उपलक्ष्य (इन्डीकेटर) निर्धारित करने हेतु इस दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, ताकि जनपद की परिस्थितियों के अनुकूल सतत् विकास के उपलक्ष्य (इन्डीकेटर) निर्धारित किये जा सकें तथा इन उपलक्ष्यों की वर्ष 2030 तक प्राप्ति हेतु एक दूरगामी दस वर्षीय विजन तैयार किया जा सके। जनपद के सतत् विकास के उपलक्ष्य (इन्डीकेटर) निर्धारित करने का कार्य एवं दूरगामी विजन तैयार करने का कार्य नियोजन विभाग एवं यूएनडीपी संगठन के सदस्यों द्वारा इस कार्यशाला में प्राप्त हुए सुझावों के आधार पर किया जायेगा।

कार्यशाला में समापन दिवस पर भी गत दिवस की भांति जनपद के सतत् विकास के इन्डीकेटर निर्धारण हेतु विशेषज्ञों की लीडरशिप में अधिकारियों, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों के चार अलग-अलग ग्रुप बनाकर स्थानीय स्तर पर विकास लक्ष्यों की प्रगति में आ रही समस्याओं को पहचानने का प्रयास किया गया तथा उन समस्याओं का स्थानीय संसाधनों से किस प्रकार समाधान किया जाय इस पर भी विस्तृत चर्चा की गयी। प्रत्येक ग्रुप में लगभग 20 सदस्य शामिल रहे। इन चारों गु्रपों को अलग-अलग थीम (विषय) दी गयी।

विशेषज्ञ डॉ. अनिल डिमरी की लीडरशिप में आजीविका विषय पर, डॉ. गैराला की लीडरशिप में ह्यूमेन डवलपमेंट विषय पर, जीडी भट्ट की लीडरशिप में शोसल डवलपमेंट एवं डॉ. शंकरदत्त बतर्वाल की लीडरशिप में जलवायु परिवर्तन विषय पर विस्तृत चर्चा की गयी। इसके अलावा विशेषज्ञ करूणाकर सिंह एवं आशीष विक्रम द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये।
     
कार्यक्रम के अध्यक्ष दिनेश डोभाल कहा कि सतत् विकास की अवधारणा जिसमें संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विकास के 17 लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘सबका साथ सबका विकास‘‘ सिध्दांत पर आधारित है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे आपसी सहयोग से कार्य करें ताकि हम सतत् विकास के लक्ष्यों को निर्धारित समयावधि में प्राप्त कर सकें।  

     
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी आनन्द सिंह भाकुनी, मुख्य शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी निर्मल शाह, जिला उद्यान अधिकारी डी.के. तिवारी, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, जिला युवा कल्याण अधिकारी मुकेश डिमरी, जिला सेवायोजन अधिकारी विक्रम, जिला कार्यक्रम अधिकारी संदीप अरोड़ा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी मनोज वर्मा, पूर्व जिपं सदस्य मुरारी लाल खण्डवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य लोग उपस्थित थे।

 

कोई टिप्पणी नहीं