रिपोर्ट: हर्षमणि बहुगुणा चंबा, टिहरी गढ़वाल: अब आवश्यकता सावधान रहने की है , यद्यपि यह पहली घटना नहीं है परन्तु कल का सत्य सबको अवगत करव...
रिपोर्ट: हर्षमणि बहुगुणा
चंबा, टिहरी गढ़वाल: अब आवश्यकता सावधान रहने की है, यद्यपि यह पहली
घटना नहीं है परन्तु कल का सत्य सबको अवगत करवाना जरूरी समझ रहा हूं, जिससे लोग यह न
समझें कि भ्रम हो गया होगा।
"इस छोटे
कस्बे की यह पहली घटना नहीं है अपितु १९८८ के लगभग जेब कटने की कुछ घटनाएं संज्ञान
में आई थी, व्यक्ति अपनी
लापरवाही व्यक्त करने में लज्जा महसूस करता है। कभी ट्रैकर में रखा सामान खो जाना, कभी सामग्री के
थैले ही ले जाना, सब असामान्य सा
प्रतीत होता है। इन सब घटनाओं को देखते हुए यह लगता है कि समाज की गति बड़ी
बेढ़ंगी है, जब व्यक्ति
जानबूझकर कोई गलत कार्य करता है तो अधिकांश लोग उसे क्षमा कर देते हैं या उस
अनैतिक गलत कार्य को तब्बजो नहीं देते हैं और जब अनजाने में कोई गलती हो जाय तो
उसे भुलाया नहीं जा सकता है।"
"आज
आवश्यकता है निर्मत्सरता की, समदृष्टि की, सात्विकता की, व्यक्ति को
पहचानने की और वह ईश्वर कृपा से ही प्राप्त हो सकती है। अब आज सतर्कता की आवश्यकता
है- रोग से, छल से, ठगी से , चोरी से बचने के
लिए। अतः सावधान रहिए, स्वस्थ रहिए, बीमारी से बचे
रहिए। उपाय एक ही है आप सभी जानते हैं। यदि गुरु जी के नाम की आवश्यकता पड़ी तो
अवगत करवाया जा सकता है।
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