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महाविद्यालय पोखरी में विश्व पर्यावरण दिवस पर किया ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन

  News Word @ नरेन्द्र बिजल्वाण, पोखरी (क्वीली): विश्व पर्यावरण दिवसोप्लक्ष पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई राजकीय महाविद्यालय पोखरी (क्वी...

 


News Word @ नरेन्द्र बिजल्वाण,

पोखरी (क्वीली): विश्व पर्यावरण दिवसोप्लक्ष पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई राजकीय महाविद्यालय पोखरी (क्वीली) टिहरी गढ़वाल के तत्वधान में प्रकृति संरक्षण और हम विषयक एक दिवसीय ऑनलाइन विचार गोष्ठी  का आयोजन किया गया।

उक्त ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन  संयोजन डॉ. राम भरोसे, कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना, शहीद बेलमती चौहान राजकीय महाविद्यालय पोखरी (क्वीली) टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड द्वारा किया गया।

कार्यक्रम अध्यक्ष: प्रो० सुमिता श्रीवास्तव, प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हम सामूहिक रूप से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम कर सकते हैं, साथ ही जगह-जगह लगे कूड़े के अम्बार व खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में स्वच्छता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि महाविद्यालय के आस-पास के गाँव व क्षेत्र को हम स्वच्छ बनाने में सफल हों तभी महाविद्यालय का इस क्षेत्र में होना सार्थक होगा।

गोष्ठी की मुख्य वक्ता श्रीमती बीना सजवाण (पर्यावरणविद् और समाज सेविका, टिहरी गढ़वाल) ने पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण विषय पर अपने विचार छात्र-छात्राओं से साझा करते हुए कहा जैव विविधता की ओर भी हमको ध्यान देना होगा। यदि हम ऐसा न करेंगे तो  पर्यावरण के साथ हम न्याय नहीं कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि हर साल हम ईमानदारी से वृक्षारोपण करें तो इस धरा को पूरी तरह से हरा होने में समय नहीं लगेगा।

समाज ही देता है सिनेमा जगत को फ़िल्म निर्माण करने का नजरिया: तेजस पूनियां

युवा फ़िल्म समीक्षक तेजस पूनियां ने  सिनेमा और समाज में पर्यावरण की उपादेयता समझाते हुए पर्यावरण पर आधारित फिल्मों का नाम गिनाते हुए कहा कि समाज में व्यक्ति की जितनी भूमिका महत्वपूर्ण है, पर्यावरण को बचाए रखने में उतनी ही फिल्मों की भी हैं। फिल्में समाज को चेतनाशील बनाने का कार्य करती हैं और समाज ही सिनेमा को नजरिया देता है फ़िल्म निर्माण करने का। लेकिन हम फिल्में देखते हैं उन्हें सराहते हैं।

ज्यादा हुआ तो दो बूंद आंसूं टपका बाहर निकलते ही प्रदूषण फैलाना शुरू कर देते हैं। साल 2021 में आई पवन शर्मा की 'वनरक्षक', 2018 में आई 'हल्का' नीला माधव पांडा के निर्देशन वाली, 'कड़वी हवा' (2017) 'वारदात' (1981) , 'हाथी मेरे साथी' (1971) तथा 'उपकार' (1967)  जैसी बेहतरीन फिल्मों का उदाहरण देते हुए समाज में उपयोगिता बताई तथा कम से कम अपने जीवन में एक पेड़ लगाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम के अंत में प्रो० ए.के. सिंह (भूगोल विभागाध्यक्ष) ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए पर्यावरण विषय पर बहुत महत्वपूर्ण बातें छात्रों से साझा किए। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में एक छात्र एक पेड़ लगाएँ और उसकी देखभाल उसी छात्र पर तब तक रहे, जब तक वो महाविद्यालय में अध्ययनरत है, इससे उस पेड़ के प्रति उस छात्र का लगाव बढ़ेगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनका लगाव भी बढ़ेगा।

एन॰एस॰एस॰ कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून, 2021 के सुअवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, शहीद बेलमती चौहान राजकीय महाविद्यालय पोखरी (क्वीली) के तत्वावधान में प्रकृति बचेगी, तभी हम बचेंगे) Save Nature, Save Lives विषयक पोस्टर, निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। भाषण प्रतियोगिता के लिए 5 मिनट की वीडियो क्लिप बनाकर बच्चों ने सम्बंधित प्राध्यापक को भेजी हैं, तथा निबंध प्रतियोगिता (अधिकतम 2500 शब्द) एवं 5 मिनट की भाषण वीडियो क्लिप संबंधित प्राध्यापकों को पीडीएफ फाइल भेजी गयी।

निर्णायक मंडल में पोस्टर प्रतियोगिता हेतु प्रो० अरुण कुमार सिंह, निबंध प्रतियोगिता हेतु डॉ. सरिता देवी एवं भाषण प्रतियोगिता की वीडियो क्लिप हेतु डॉ. राम भरोसे रहें। इनके परिणाम घोषित होने के बाद महाविद्यालय खुलने पर प्रत्येक विधा में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान व सांत्वना प्रमाण पत्र निर्गत किये जाएँगे। 

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