पौराणिक शिवालय श्री महादेव ग्राम छाती ( न्यूज़ वर्ड): मखलोगी प्रखण्ड के प्राचीनतम् पौराणिक शिवालय श्री महादेव ग्राम छाती में श्रावण ...
पौराणिक
शिवालय श्री महादेव ग्राम छाती
(न्यूज़ वर्ड): मखलोगी प्रखण्ड के प्राचीनतम् पौराणिक शिवालय श्री महादेव
ग्राम छाती में श्रावण मास के प्रथम सोमवार को आज जलाभिषेक के लिए स्थानीय एवं
दूर-दराज के शिवभक्तों का हुजूम उमड़ रहा है। गत देररात्रि से लगातार जारी बारीस के
बाबजूद भी दूर-दराज के भोले भक्त भारी संख्या में इस पौराणिक शिवालय में जलाभिषेक
को आ रहे हैं।
ग्राम छाती के इस पौराणिक शिवालय में पूर्व से ही समय-समय पर विभिन्न धार्मिक कार्यों का आयोजन किया जाता रहा है। पावन सावन मास में प्रतिवर्ष यहां भारी संख्या में शिवभक्तों का तांता लगा रहता है। इस बार कांवड़ यात्रा पर वैश्विक महामारी कोविड-19 के फलस्वरूप प्रतिबन्ध होने के कारण स्थानीय शिवभक्त जलाभिषेक के लिए कांवड़ यात्रा पर न जा सके।
प्रखण्ड के इस शिवालय में पूजा-अर्चना करने से निःसंतान दम्पतियों की मुरादें पूरी होती आयी हैं। जिसके कई उदाहरण हैं। यहां पर वर्ष 1918 एवं 2021 में दो बार महाशिवमहापुराण एकादश ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा चुका है। इसके अलावा प्रतिवर्ष चैत्र, सावन, माघ मास एवं दीपोत्सव में समय-समय पर विशाल भण्डारा, वृहद पूजन कार्यक्रम, श्री महाशिवरात्रि पर जागरण, मण्डाण, वृहद भण्डारा आदि आयोजित किए जाते रहते हैं।
इस बार शिवमहापुराण एकादश ज्ञान यज्ञ में शिवभक्तों की भारी भीड़ रही। कथा वाचक स्वामी श्री बद्रीश महाराज जी के मुखारविन्द से शिवभक्तों ने एकादश ज्ञान यज्ञ का रसपान किया।
शिवालय के मुख्यद्वार सड़क मार्ग पर ग्राम पंचायत की पहली महिला प्रधान श्रीमती शशिबाला चौहान ने अपने कार्यकाल में स्वागत द्वार का निर्माण करवाया। लेकिन यह पौराणिक शिवालय आज तक भी सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाया है। जबकि गांव के लिए सड़क मार्ग स्वीकृत है, लेकिन धनराशि स्वीकृति के बाद भी अभी तक सड़क निर्माण कार्य आरम्भ नहीं हो पाया है।
शिवालय में कथा पाण्डाल की दिक्कतों को देखते हुए क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य श्री सत्येन्द्र सिंह धनोला ने व्यक्तिगत प्रयासों से टिन सेड पाण्डाल का जिला पंचायत निधि के अन्तर्गत निर्माण करवाया। जिससे अब शिवालय में शिवभक्तों बरसात के समय बाहर खड़े रहने व पाण्डाल आदि की समस्याओं से निजात मिल गई है, लेकिन अभी अन्य समस्याओं से निजात नहीं मिल पायी है।
शिवपुराण, भण्डारा, पूजन आदि के लिए रात्रि को अस्थायी निवास के लिए पंचायत भवन एवं दो आवासीय धर्मशाला (क्षेत्रीय विधायक डॉ. धन सिंह नेगी की विधायक निधि से निर्मित) तो उपलब्ध है, मगर मुख्य समस्या शौच की है। इस परिसर में कहीं भी सार्वजनिक शौचालय आदि की व्यवस्था नहीं है, जिस कारण शिवभक्तों को स्नानागार, शौचादि की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यही नहीं मन्दिर परिसर के बाहर बाउण्ड्री वाल, रेलिंग, स्नानागार, शौचालय आदि के साथ सड़क मार्ग की परम् आवश्कता है। जिसके लिए जन-प्रतिनिधियों को आगे आना होगा।
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